जनसंख्या कानून देश को बचाओ बाबा परमेंद्र आर्य

जनसंख्या कानून पदयात्रा में  शामिल होंगे एक लाख लोग


अनियन्त्रित बढ़ती जनसंख्या के विस्फोट से देश में होगा गृहयुद्ध।


जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाए जाने की आवश्यकता को लेकर जनसंख्या समाधान फाउंडेशन द्वारा शनिवार को स्तिथ गांव रारी  के बाबा परमेन्द्र आर्य जी के आश्रम पर जनसभा आयोजित की गई। जिसमें देश में जनसंख्या नियंत्रण कानून बनवाकर लागू कराये जाने की आवश्यकता बताई गई। जनसंख्या नियंत्रण कानून की बाबत जनसंख्या समाधान फाउंडेशन तीन दिवसीय पदयात्रा का आयोजन करने जा रही है। यह पदयात्रा मेरठ से आरम्भ होकर दिल्ली जंतर मंतर पहुंचकर संपन्न होगी। जिसमें संस्था के राष्ट्रीय महासचिव धर्मेन्द्र धामा और राष्ट्रीय संयोजिका ममता सहगल ने कहा कि भारत में बढ़ती जनसंख्या राष्ट्र के समक्ष विकराल समस्या बनकर खड़ी है। इससे बेरोजगारी, महंगाई आदि बेकाबू हो रही है। अनियन्त्रित बढ़ती जनसंख्या के विस्फोट से देश में होगा गृहयुद्ध। देश में बढ़ती आबादी एवं घटे संसाधनों के मद्देनजर जनसंख्या समाधान फाउंडेशन 11, 12 एवं 13 अक्टूबर को मेरठ से दिल्ली जंतर मंतर तक पदयात्रा का आयोजन करेगी। इसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना है। उन्होंने बताया कि इसके जरिए सरकार को अधिकतम दो बच्चों का कानून बनाए जाने के लिए बाध्य किया जाएगा। सरकार से संस्था की स्पस्ट मांग है कि जो भी नागरिक दो से अधिक बच्चे पैदा करता है उसकी सभी सरकारी सब्सिडी, सरकारी सुविधाओं के साथ साथ मताधिकार समाप्त किया जाये।अगर तब भी न रुके और चौथे बच्चे की तरफ जाये तो दम्पति को 10 वर्ष की कारावास का प्रावधान कानून में रहे। 


चौधरण अंजली आर्या ने कहा यदि इस यात्रा मे हम सभी ने मिलकर  एक लाख लोगों को एकत्रित कर लिया। तो सरकार जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाने के लिए बाध्य हो जायेगी। आज भारत मे चीन की तरह कठोर जनसंख्या नियंत्रण कानून की आवश्यकता है। इस यात्रा को सफल बनाने के लिए सभी सामर्थ अनुसार सहयोग करने की अपील की। 


बैठक में संजय त्यागी, अरुण, सुमित त्यागी, वीरांगना संजू, चंचल श्यौराण, स्वाति,  दीपक श्यौराण, कुलदीप हिंदू, आशीष बजरंगी, विनीत चौधरी, मनिष शर्मा, राणा रामनारायण आर्य, आकाश राणा आदि के साथ ग्राम वासियों ने भी शिरकत की। सभा में उपस्थित सभी लोगों ने इस पदयात्रा में शामिल रहने का संकल्प लिया। बैठक में संस्था के सदस्यों को महाराजा सूरजमल का चित्र भेंट कर सम्मानित किया गया।