सौरभ मिश्र की फोटोग्राफरो के लिये विचार कानपुर फोटोग्राफिक एसोसिएशन(रज़ि)*

व्यवहारिक पोस्ट
हम सबको इस पोस्ट की गम्भीरता और सुझावों को समझ कर अपने व्यापारिक हित में यथासम्भव प्रयोग में लायें।
फोटोग्राफी,वीडियोग्राफी,मिक्सिंग लैब, कलर लैब, एलबम मेकिंग,फ्रेम मेकिंग, डिजाइनिंग आदि में कुछ महत्वपूर्ण बिंदु अवश्य ध्यान में रखनी चाहिए।
 उदाहरणार्थ यदि कोई व्यक्ति मिक्सिंग लैब चला रहा है तो निम्नांकित बिंदु ध्यान में रखें-
1- मिक्सिंग कार्ड+कम्प्यूटर+फर्नीचर+ अन्य आवश्यक उपकरण एवमइन्वर्टर इत्यादि की लागत
2- इन उपकरणों की बार्षिक अनुरक्षण लागत या डेप्रिसिएशन
3- जगह की लागत या किराया
4- कर्मचारियों की सेलरी *(स्वयं को भी कर्मचारी में गिने)*
5- बिजली, मोबाइल, चाय पानी का खर्च
       इन सभी खर्चों को निकालने के बाद ही बचत शुरू होती है।
 उदाहरणार्थ एक औसत मिक्सिंग लैब के मासिक खर्च 
15000/- सेलरी
5000/-किराया
1500/- चाय पान
5000/- बिजली-फोन
1000/- मेंटिनेंस(डीवीडी राइटर, लीड,कैमरा,कार्ड रीडर आदि)
4000/- लागत का ब्याज
टोटल- 31500/-
  इसके टोटल 31500/- का अर्थ यह हुआ कि हमें प्रतिदिन सिर्फ खर्च निकालने के लिए 1000/-(एक हज़ार रुपये) से अधिक कमाने होंगे।
*लेकिन...लेकिन..लेकिन क्या हम मिक्सिंग लैब लगा कर केवल 1000/- निकालने के लिए बैठे हैं??*
   नहीं इसके बाद के ही हम धन कमा पाएंगे जोकि हमारी आज की ज़रूरतों के अनुरूप भी होना चाहिए। जो साथी-मित्र चाहे जिस तरह के फोटॉग्राफी से सम्बंधित व्यवसाय में हों उन्हें सबसे पहले लागत, टूट फुट, रिजेक्शन, आपातकालीन व्यवसायिक खर्चे अवश्य जोड़ने चाहिए साथ ही प्रत्येक माह की आय व्यय का सुस्पष्टता के साथ आंकलन करना चाहिए।
       सफलता के लिए बेवज़ह रेट्स में प्रतियोगिता वातावरण बनाना किसी के लिए भी उपयोगी नहीं होता है...क्योंकि एक बार रेट्स खराब करना आसान है लेकिन उन्हें ठीक करना उतना ही मुश्किल।
   
सौरभ मिश्र
*कानपुर फोटोग्राफिक एसोसिएशन(रज़ि)*