मोदीनगर यह कैसी है सरकार भैया अपने राजस्व की पूर्ति करने के लिए शराब के ठेके खोल रही है और शराब खरीदने आ रहे हैं तो शराब के दाम भी बढ़ा रही है कहां गया वह धन जो प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा है और जो अभी भी भारत की जनता प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा करा रही है कहां गया वह करोड़ों डॉलर जो विश्व बैंक से कोरोना महामारी के राहत के लिए आया है भारत में और अगर इतना ही बुरे हालात हैं तो क्यों भगोड़े करोड़पति यो का कर्जा माफ हो रहा है ऐसे lock डाउनलोड मैं जो गरीब शराब का आदी था वह अपनी इच्छा को दबाकर घर मैं पढ़ा था क्योंकि lockdown में मजदूरी खत्म काम धंधा चौपट जैसे तैसे बच्चों का गुजारा कर रहा था और कोरोना जैसी बीमारी से बचा हुआ था और शराबी की लत से परेशान घर की महिलाएं भी सोच रही थी कि शायद इस माहौल में इनकी शराब छूट जाए यह कैसी सरकार है जिसने ऐसे माहौल में पाठशाला ए तो नहीं खोली पर मधुशाला खोल दी और जो शराब के आदी थे उनकी आदत को हवा दे दी क्या ऐसे लोग शराब के चक्कर में कर्जा नहीं लेंगे जो शराब के आदी हैं क्या अपने बच्चों के भोजन की व्यवस्था करेंगे या अपने शराब पीने का जुगाड़ क्या इस माहौल से भारत देश मैं अराजकता लूटपाट और कोरोना जैसी महामारी नहीं बढ़ेगी क्या यह सरकार जनता की हितैषी है?
पंकज माहेश्वरी कश्यप विधायक प्रतिनिधि बहुजन समाज पार्टी
यह कैसी सरकार है भैया